रेज़गारी, समय, प्रेम, अभिलाषा पड़े हैं कहीं पतलून की साइड जेब या कमीज़ की सामने वाली …
यह उसके लिए जो अकेला है कि अकेले तो सभी हैं हम दो हमारे दो में …
कोई आज़ाद पंछी नहींना ही उसका कोई पंख मैं तो वह छत पर बंधेतार पर टंगा …